जहरीली शराब से 80 मौतें, कितनी सस्ती है आम आदमी की जान, फिर भी कोई हंगामा नहीं?



 अलीगढ़ -उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में शराब कांड में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और अब ये आंकड़ा 80 तक पहुंच गया है । आखिरकार कब तक लोग यूं ही मरते रहेंगे सरकार शराब से राजस्व कमाती है और जहरीली शराब से लोगों की जानें चली जाती है।इन जानो की जिम्मेदारी कौन लेगा ?कब होगी दोषियों के खिलाफ कार्यवाही?

घटना के चौथे दिन भी जहरीली शराब से लोग मर रहे हैं। तीसरे दिन 15 मौतों के बाद आज सोमवार को अबतक 9 और लोगों की मौत हो चुकी है। सोमवार को अलीगढ़ के थाना महुआखेड़ा धनीपुर में दो लोगों की, क्वार्सी क्षेत्र के चंदनिया में चार लोगों की और तीन अन्य की जहरीली शराब पीने से मौत हुई। इसी के साथ जहरीली शराब के सेवन से मरने वालों की संख्या का आंकड़ा 80 पहुंच गया है।
जिला प्रशासन द्वारा अभी तक मौत के इस तांडव को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। जिलाधिकारी ने मौतों को लेकर आधिकारिक पुष्टि करने के बजाय कहा है कि अब पोस्टमार्टम रिपोर्टों के अध्ययन के बाद ही यह तस्वीर साफ की जा सकेगी कि जहरीली शराब से जिले में कितनी मौत हुई हैं। फिलहाल पोस्टमार्टम कराए जा रहे हैं।
अलीगढ़ शराब कांड में सोमवार को बड़ा खुलासा हुआ और जांच के दौरान पता चला कि जहरीली शराब की फैक्टरी में मिथाइल अल्कोहल की सप्लाई तालानगरी की शयाई व सैनेटाइजर फैक्टरी से हुई थी। यह फैक्टरी शहर के नामचीन कारोबारी विजेंद्र कपूर की है। छापेमारी में इस फैक्टरी से 203 कंटेनर इथाइल व मिथाइल मिला है। फैक्ट्री को सील कर लिया गया है तथा कारोबारी व एक अन्य को गिरफ्तार किया गया है। दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है ।
पिछले 28 मई को करसुआ ठेके से लिए गए शराब के क्वार्टर की मेरठ में जांच हुई थी। इसमें शराब में मिथाइल अल्कोहल मिले होने की पुष्टि हुई थी। आबकारी अधिकारियों ने की इसकी पुष्टि की थी कि इसी रसायन से जिले में मौत हो रही है।
अलीगढ़ के कमिश्नर गौरव दयाल ने कहा कि अवैध शराब का निर्माण करने वाली दो और फैक्टरियों को कल शाम से अब तक पकड़ा गया है और कारोबारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसमें जितने लोग शामिल थे उनकी संपत्ति की भी जांच की जाएगी।
जितने भी शवों के पोस्टमार्टम शराब कांड से जोड़कर हो रहे हैं, उनकी सभी की रिपोर्ट संकलित की जा रही हैं। चार दिन में अब तक 28 मौतें शराब के सेवन से होना स्पष्ट हुआ है। बाकी की रिपोर्ट पर संदेह है।
हो सकता है कि अन्य मौत भी शराब के सेवन से हुई हों। मगर उनके विषय में आगरा विधि विज्ञान प्रयोगशाला से रिपोर्ट मिलने के बाद ही कहा जा सकेगा कि मौत किस वजह से हुई है। वह रिपोर्ट कंपाइल कर जिलाधिकारी को दी जाएगी।
उधर, पुलिस द्वारा शराब तस्कर गिरोह के फरार 50 हजार के इनामी सरगनाओं में शामिल ओमवीर को रविवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया गया है, जिससे पूछताछ चल रही है ।
विपिन यादव पर ही शराब लाकर स्थानीय सरगनाओं को देने का आरोप है। प्रारंभिक पूछताछ में उसने जिले के अकराबाद क्षेत्र के गांव अधौन में खुद के द्वारा शराब फैक्टरी संचालित किए जाने की बात स्वीकारी है।

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