युवा लेखिका प्रियंका सौरभ को नारी सशक्तिकरण के लिए सम्मान
युवा लेखिका प्रियंका सौरभ को नारी सशक्तिकरण के लिए सम्मान
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सिवानी उपमंडल के गाँव बड़वा की युवा लेखिका एवं कवयित्री प्रियंका सौरभ को मुंबई की प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय संस्था प्रवाशी सन्देश ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सम्म्मान की घोषणा की है. उनके द्वारा नारी सशक्तिकरण के दौर में मौलिक लेखन के जरिये किये गए रचनात्मक और बौद्धिक स्तर पर समाज को नई दिशा देने के प्रयासों के लिए सम्मान स्वरुप प्रशस्ति पत्र जारी कर उनकी उपलब्धियों को सराहा गया.
प्रियंका सौरभ मूल रूप से हिसार के गाँव आर्यनगर की बेटी है और सिवानी के गाँव बड़वा के युवा कवि डॉ सत्यवान सौरभ की धर्मपत्नी है. पिछले कई सालों से यह युगल दम्पति साहित्य साधना के जरिये समाज को नई दिशा देने के लिए प्रयासरत है. कोरोना काल में इनके नियमित लेखों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है. इनके सम्पादकीय आलेख देश-विदेश के हज़ारों अंग्रेजी एवं हिंदी अखबारों एवं पत्रिकाओं तथा वेब पोर्टल पर प्रकाशित होते है. कोरोना काल में इस युगल ने तीन पुस्तकों नए पंख, आंध्या की माखी राम उड़ावे और तितली है खामोश भाग-2 की रचना की जो जल्दी ही पाठकों के हाथों में होगी.
सोशल मीडिया पर इनके आलेख एवं दोहे आये दिन चर्चा में रहते है और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर चाव से शेयर किये जाते है. सामाजिक लेखन के जरिये समकालीन लेखन में इनकी एक अलग पहचान है. कई संस्थाएं इस दौरान इनको संम्मानों से नवाज चुकी है. इस युवा दम्पति की उपलब्धि पर भाजपा मंडल अध्यक्ष लालसिंह लालू , नाहर सिंह तंवर, मास्टर राजबीर सिंह, डॉ नोकरम बसवाला, राजेंदर जांगड़ा, संजय स्वामी, महेन्दर सिंह लखेरा, डॉ दलबीर भाटीवाल, कवि दीपक दीप, मुकेश वी.आई.पी., प्रोफेसर सुरेंदर वर्मा, मोहन लाल वर्मा ने बधाई देते हुए इनके उज्जवल भविष्य की कामना की है.
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