एक बार फिर गिरफ्तारी का एलान करने के बाद, मौलाना तौकीर रजा खां ने नहीं दी गिरफ्तारी --आखिर क्यों
एक बार फिर गिरफ्तारी का एलान करने के बाद, मौलाना तौकीर रजा खां ने नहीं दी गिरफ्तारी --आखिर क्यों
हर बार अपनी गिरफ्तारी का ऐलान करके पीछे क्यों हट जाते हैं। आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा।
बेताब समाचार एक्सप्रेस के लिए बरेली से मुस्तकीम मसूरी की खास रिपोर्ट।
बरेली 15 जनवरी रामपुर की दरगाह हाफ़िज़ शाह जमाल रहमतुल्ला अलेह के सज्जादा नशीन फरहत अहमद जमाली की गिरफ्तारी पर दो रोज पहले आईएमसी प्रमुख नवी रे आला हजरत मौलाना तौकीर रजा खां बरेली से चलकर रामपुर गए थे। वहां से वापसी के बाद तौकीर रजा खान ने पत्रकार वार्ता करके 15 जनवरी को बरेली में गिरफ्तारी देने का एलान किया था। मौलाना के ऐलान से अमन की नगरी बरेली शरीफ में जहां पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गया। वही शहर के अमनो, अमान को लेकर शहर में चर्चाएं होने लगी। जहां जिला प्रशासन मौलाना के ऐलान के बाद अलर्ट हो गया। वही खुफिया विभाग के लोगो की सरगर्मियां भी तेज हो गई। मौके की नजाकत को देखते हुए प्रशासन ने सूझबूझ से काम लेकर शहर के अमनो, अमान को बरकरार रखने की जो भूमिका निभाई उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है। रात से ही जिला प्रशासन के लोग दरगाह आला हजरत पहुंचना शुरू हो गए। और मौलाना को आश्वासन दिया की आप गिरफ्तारी ना दें। क्योंकि इस वक्त एडीजी शहर में नहीं है। छुट्टी पर हैं। सज्जादा नशीन की गिरफ्तारी का मामला दूसरे जॉन का होने के कारण आईजी और डीआईजी उसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकते। इसलिए एडीजी साहब के आने तक आप अपनी गिरफ्तारी स्थगित कर दें। मौलाना तौकीर रजा ने मौका देख कर चौका मारते हुए पुलिस कप्तान की मौजूदगी में जमा भीड़ के बीच आकर एक हफ्ते तक के लिए अपनी गिरफ्तारी देने के ऐलान को आगे बढ़ाते हुए कहा कि उन्हें जिला प्रशासन की जानिब से यकीन दिलाया गया है। कि शुक्रवार तक सज्जादा नशीन फरहत अहमद जमाली साहब की जमानत हो जाएगी। अगर जमानत नहीं हुई। तो सोमवार को मौलाना खुद अपनी गिरफ्तारी देंगे। मौलाना तौकीर रजा खान सैकड़ों की संख्या में आला हजरत मैं आस्था रखने वालों और आला हजरत परिवार पर अपनी जान निछावर करने वालों की भीड़ को शांतिपूर्ण तरीके से अपने अपने घरों पर जाने का संदेश देते हुए। उनका शुक्रिया अदा किया। यहां बताते चलें इससे पहले एनआरसी को लेकर भी मौलाना ने कई मर्तबा अपनी गिरफ्तारी देने का एलान करके आला हजरत के जा नशीनो की भीड़ जमा की और हर बार गिरफ्तारी ना देकर भीड़ को वापस उनके घर भेजने की परंपरा को आज भी जारी रखा। यहां यह बताना जरूरी हो जाता है। की दरगाह के सज्जादा नशीन फरहत अहमद जमाली के खिलाफ एनआरसी एवं नागरिकता संशोधन अधिनियम के संबंध में थाना गंज रामपुर पर पंजीकृत मुकदमा अपराध संख्या-832/19 धारा-147,148,149,143,353,186,188,336,436,427,307,120 बी भादवि व 3/7 लोक संपत्ति क्षति निवारण अधि0 व 7 सी,जल,ए एक्ट थाना गंज रामपुर तथा थाना कोतवाली रामपुर पर पंजीकृत मु0अ0स0-655/19 धारा147,148,149,143,353,186,188,332,333,,435,336,427,325,307,302,395,120बी भादवि व 3/4 लोक संपत्ति क्षति निवारण अधि0 व 7 सी एल ए एक्ट आदि में दर्ज मुकदमे के आधार पर सज्जादा नशीन फरहत अहमद जमाली को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है। अब सवाल ये उठता है। जब सज्जादा नशीन के खिलाफ रामपुर में मुकदमे दर्ज किए गए थे। क्या उस वक्त मौलाना तौकीर रजा खां को इसकी जानकारी नहीं थी? अगर जानकारी थी तो मौलाना तौकीर रजा खां को उसी समय सज्जादा नशीन की गिरफ्तारी का विरोध करना चाहिए था। सज्जादा नशीन की गिरफ्तारी के बाद विरोध क्यों? अगर मौलाना तौकीर रजा खां को गिरफ्तारी देना थी। तो रामपुर में क्यों नहीं बरेली में क्यों? यह कुछ सवाल हैं। अब सवाल यहां यह उठता है। कि जिन संगीन धाराओं में सज्जादा नशीन फरहत अहमद जमाली की गिरफ्तारी हुई है। क्या उन धाराओं में रामपुर में उनको जमानत मिल जाएगी या फिर इलाहाबाद हाई कोर्ट से जमानत होने तक मौलाना तौकीर रजा खां द्वारा फिर गिरफ्तारी देने का ऐलान किया जाएगा या सोमवार को मौलाना गिरफ्तारी देंगे। यहां ऐसा लगता है। कि मौलाना तौकीर रजा खान ने सज्जादा नशीन के खिलाफ क़ायम मुकदमों की एफ आई आर पड़ी ही नहीं थी। अगर मौलाना तौकीर रजा खान ने एफ आई आर में लिखी धाराओं को पढ़ा होता तो इस तरह का एलान नहीं करते। अब देखना यह है कि मौलाना तौकीर रजा खां ने सज्जादा नशीन फरहत अहमद जमाली की रिहाई के लिए जो ऐलान किया है। उस पर कहां तक कायम रहते हैं। यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
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