नए साल के पँख पर, खुशबू भरे उड़ान !!

 नए साल के पँख पर, खुशबू भरे उड़ान !!

 

 

★★★

बीत गया ये साल तो, देकर सुख-दुःख मीत !

क्या पता? क्या है बुना ? नई भोर ने गीत !!

★★★

माफ़ करे सब गलतियां, होकर मन के मीत !

मिटे सभी की वेदना, जुड़े प्यार की रीत !!

★★★

जो खोया वो सोचकर, होना नहीं उदास !

जब तक साँसे हैं मिली, रख खुशियों की आस !!

★★★

खिली-खिली हो जिंदगी, महक उठे अरमान !

आशा है नव साल की, सुखद बने पहचान !!

★★★

छँटे कुहासा मौन का, निखरे मन का रूप !

सब रिश्तों में खिल उठे, अपनेपन की धूप !!

★★★

दर्द दुखों का अंत हो, विपदाएं हो दूर !

कोई भी न हो कहीं,  रोने को मजबूर !!

★★★

छेड़ रही है प्यार की, मीठी-मीठी तान !

नए साल के पँख पर, खुशबू भरे उड़ान !!

★★★ 
 --प्रियंका सौरभ
रिसर्च स्कॉलर इन पोलिटिकल साइंस,
कवयित्री, स्वतंत्र पत्रकार एवं स्तंभकार,

    
 
----प्रियंका सौरभ 
रिसर्च स्कॉलर इन पोलिटिकल साइंस,
कवयित्री, स्वतंत्र पत्रकार एवं स्तंभकार,

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सपा समर्थित उम्मीदवार श्रीमती उजमा आदिल की हार की समीक्षा

सरधना के मोहल्ला कुम्हारान में खंभे में उतरे करंट से एक 11 वर्षीय बच्चे की मौत,नगर वासियों में आक्रोश

विधायक अताउर्रहमान के भाई नसीम उर्रहमान हज सफर पर रवाना