मीडिया एसोसिएशन एवं आकाशवाणी के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित सम्मेलन एवं अभिनंदन समारोह


 नई दिल्ली 27 दिसंबर (वि) मीडिया एसोसिएशन एवं आकाशवाणी के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित सम्मेलन एवं अभिनंदन समारोह


के प्रमुख अतिथि कैप्टन विकास गुप्ता‚ राज्यमंत्री‚ अध्यक्ष कृषि अनुसंधान परिषद उत्तर प्रदेश लखनऊ ने कहा कि करोना की बीमारी भी जलवायु परिवर्तन का ही कारण है। पर्यावरण पशुधन पर आधारित खेती हमारी प्रकृति की खेती है हमें प्रकृति की तरफ लौटना होगा कॉन्स्टिट्यूशन क्लब (डिप्टी स्पीकर हॉल) में आयोजित जलवायु परिवर्तन के कारण बीमारियां एवं वनस्पति शक्ति का महत्व विषय पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए कैप्टन विकास गुप्ता ने कहा कि वर्तमान में दूषित पानी से उगाई जा रही सब्जियां जहर हो रही हैं‚ हमें मिलावटी भोजन से बचना होगा पश्चिम देशों की अपनी प्रकृति है हमारी अलग प्रकृति है। कोल्ड स्टोर एवं फ्रिज में रखी सब्जियां बीमारी पैदा करती हैं हमें जल का दोहन कम करना होगा तथा फसलों को फसल चक्र के आधार पर अपनाना होगा। हमारे देश का कृषि इतिहास बहुत पुराना है गंगा‚ यमुना‚ दोआब क्षेत्र उत्तम खेती के लिए महत्वपूर्ण है। कृषि के क्षेत्र में युवाओं का रुझान कम हो रहा है। पानी की कमी वाले क्षेत्रों में भी गन्ना चावल की फसल उगाना बहुत गंभीर विषय है सम्मेलन अभिनंदन समारोह के प्रमुख अतिथि अनिल कुमार श्रीवास्तव अपर महानिदेशक दूरदर्शन आकाशवाणी नई दिल्ली में संबोधित करते हुए कहा कि विज्ञान संचार वर्तमान में एक बहुत बड़ा क्षेत्र है‚ जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में सूचना तंत्र भारत में कार्य कर रहा है‚ अगर पर्यावरण ठीक होगा तो हमारा स्वास्थ्य सही रहेगा हमें औषधीय पौधों की खेती करनी चाहिए। उन्होंने कुछ उदाहरण भी पेश किए उन्होंने कहा कि भूमि में भी औषधीय पौधों की खेती की जा सकती है उसी में सतवार‚ गिलोय‚ अश्वगंधा जैसे पौधे लगाने चाहिए ताकि भूमि का प्रयोग किया जा सके। फलदार वृक्ष लगाने से पर्यावरण जलवायु ठीक हो सकती है। सम्मेलन अभिनंदन समारोह के प्रमुख अतिथि डा० जे०एल०एन०‚ मुख्य कार्यकारी अधिकारी‚ राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड‚ आयुष मंत्रालय‚ भारत सरकार नई दिल्ली ने संबोधित करते हुए कहा कि आयुर्वेद से स्वास्थ्य ठीक रहता है हमारे लिए सबसे बेहतर पौधारोपण है जलवायु परिवर्तन से मनुष्य के साथ पशु-पक्षी भी प्रभावित हो रहे हैं। हमें जड़ी बूटियों का प्रयोग करना चाहिए‚ केमिकल छोड़कर प्रकृति का साथ देना चाहिए। हमारे यहां छह ऋतु के होने के बावजूद बीमारियां हो रही हैं क्योंकि हम प्रकृति के साथ नहीं चल रहे औषधीय पौधों को उगाने के लिए तथा प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने पर जोर दिया। सम्मेलन अभिनंदन समारोह के विशिष्ट अतिथि डॉ रणधीर सिंह‚ सहायक महानिदेशक‚ भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद‚ नई दिल्ली ने कहा कि वर्ष 2020 हमारे लिए चुनौतियां पूर्ण रहा है‚ इस वर्ष हमें करोना जैसी महामारी का सामना करना पड़ा‚ हमने प्रकृति के साथ खिलवाड़ किया जिसका खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है। हमें प्रदूषण रोकना होगा गांव के लोग बहुत विद्वान हैं जो हरियाली का महत्व समझते हैं पर्यावरण के नुकसान पर गंभीर चिंतन करना होगा उन्होंने कुछ देशों के जलवायु परिवर्तन संबंधी उदाहरण भी प्रस्तुत किए। सम्मेलन अभिनंदन समारोह में उल्लेखनीय योगदान एवं महत्वपूर्ण पद पर विशेष आयाम स्थापित करने वाले गणमान्य व्यक्तियों एवं मातृ शक्तियों का अभिनंदन किया सम्मेलन अभिनंदन समारोह में तर्क शक्ति विशेषांक का विमोचन किया गया। संचालन एसोसिएशन के अध्यक्ष के० पी० सिंह ने किया सम्मेलन में पत्रकारों साहित्यकारों लेखकों एवं गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।

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