देश के संविधान पर बुलडोज़र चलाना बंद करो"* *प्रोटेस्टर पर गोली चलाना कहां का कानून है* : छात्र प्रदर्शनकारी

*दिल्ली का यूपी भवन और जंतर मंतर बना छात्रों के विरोध और प्रदर्शनों का गवाह*

नई दिल्ली (अनवार अहमद नूर)

देश भर में पैग़ंबर मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी के ख़िलाफ़ और दोषियों ,'नूपुर शर्मा व नवीन जिंदल' को कठोर सज़ा की मांग को लेकर आए तूफान के बाद  जिस तरह से सरकार, पुलिस और प्रशासन ने विशेष कर उत्तर प्रदेश में हिरासत, प्रताड़ना और बुल्डोजर का क़हर बरपा किया है उसके खिलाफ़ भी विरोध प्रदर्शनों ने ज़ोर पकड़ लिया है। जिसका गवाह आज दिल्ली का यूपी भवन और जंतर मंतर बना। आइसा और केवाईएस और इस्लामिक छात्र संगठन सहित अनेक छात्रों और लोगों ने यहां प्रदर्शन और नारेबाजी की। और सरकार प्रशासन के रवैए की निन्दा की। हालांकि पुलिस और सुरक्षा बलों ने बड़ी मुस्तैदी और कड़ाई से इनको रोका एवं बसों में भरकर डिटेन किया।







यूपी भवन के पास पहुंचे प्रदर्शनकारियों को जब पुलिस ने जबरन डिटेन किया तो उन्होंने प्रेस और लोगों के सामने सरकार के व्यवहार की निन्दा की। और स्पष्ट कहा कि लोकतंत्र और संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। बेकसूर निहत्थे और एक विशेष वर्ग को निशाना बनाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश और रांची में सरकार और पुलिस का रवैया तानाशाही और अत्याचारी बन रहा है। प्रयागराज में आफ़रीन फातमा का घर गिराया जाना और रांची में प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाना बिल्कुल ग़लत है। उत्तर प्रदेश में बुल्डोजर संविधान की, कानून की, न्यायालय की धज्जियां उड़ा रहा है।

जंतर मंतर पर पहुंचे प्रदर्शनकारियों को हालांकि पहले ही पुलिस डिटेन करके ले गई थी लेकिन बचे छात्रों और प्रदर्शनकारियों ने प्रेस से भी बात की और पुलिस प्रशासन व सरकार को भी कोसा। जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय और जेएनयू के छात्रों ने कहा कि अन्याय हो रहा है मुसलमानों पर। बाबू लाल कपूर , प्रथ्वी और शाम भवी सहित अनेक छात्रों ने कहा कि प्रोटेसटर पर सीधे गोली चलाना कहां का कानून है। प्रो रतन लाल को शिवलिंग पर टिप्पणी करने पर तुरंत गिरफ्तार कर लिया जाता है और नुपुर शर्मा को अनेक दिनों तक भी खुला घूमने देकर उसे सुरक्षा दी जाती है।  

शुक्रवार को प्रदर्शन और शनिवार को बुल्डोजर चलना साफ़ बता रहा है कि एक धर्म विशेष और विचार धारा के ख़िलाफ़ अन्यायपूर्ण कारवाई की जा रही है। जिसका विरोध हम कर रहे हैं। और सभी देशवासियों को भी करना चाहिए। यकीनन प्रशासन अत्याचारी होता जा रहा है। उसे अपना रवैया बदलना होगा।

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