इमारत ई शरिया के महासचिव (ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड) अब इस दुनिया में नहीं रहे।
बड़े ही अफसोस के साथ इत्तिलाये आम की जाती है कि हमारे रहनुमा इमारते शरियाः के महासचिव @AIMPLB_Official हजरत मौलाना वली रहमानी साहिब हमारे बीच नहीं रहे -
انا لله وانا اليه راجعون
अल्लाह इनकी मगफिरत फरमाये , और क़ौम को सबरो इस्तक़लाल आता करे - आमीन । निमाज़े जनाज़ा कल यानी 4 अप्रैल इतवार को फुलवारी में ही होगा।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और इमारत-ए-शरिया के अमीर-ए-शरियत वली रहमानी का अभी-अभी निधन हो गया है। वे बेली रोड स्थित एक बड़े अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, जिसके बाद उन्हें पारस में भर्ती कराया गया था। जानकारी के अनुसार उनकी कोरोना रिपोर्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। 80 साल के मौलाना रहमानी ने 18 मार्च को ही IGIMS में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ली थी।
15 दिनों से थे बीमार
मौलाना रहमानी 15 दिनों से बीमार चल रहे थे। उनके निधन के बाद उनकी डेड बॉडी को फुलवारीशरीफ के इमारत-ए-शरिया लाया गया, जहां उनका एक बेटा उनके साथ था l उनके परिवार के सदस्य ने बताया कि उनकी एक बेटी और एक बेटा, जो विदेश में रहकर काम कर रहा है, उन्हें उनके पिता के इंतकाल की सूचना दी गई है l
बड़े इस्लामी स्कॉलर थे रहमानी
इमारत-ए- शरिया के अमीर-ए-शरियत के साथ-साथ रहमानी 30 के फाउंडर और खानकाह रहमानी, मुंगेर के सज्जादानशीं भी थे। मौालाना रहमानी ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी भी थे। अमीर-ए-शरियत मौलाना रहमानी देश ही नहीं, दुनियाभर में इस्लामी स्कॉलर के रूप में जाने जाते हैं।
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